मिला जो तुमसे मैं, मिली मुझे अब जीने की चाह,
मेरी ख़ुशी से मुझे, थी ये मेरी पहली मुलाक़ात,
चाँदनी रात की शीतलता, आप हंसे तो बिखर जाए,
आपका ये मासूम सा चेहरा, जैसे कोमल किसलय,
आप से पहली मुलाक़ात, मेरे जीवन में भर उल्लास,
अपनी हर दर्द भूल दिल से, दिल मैं बसी हो बस आप,
क्या सच्चा क्या झूठा, अब मुझे कोई समझ नहीं,
मेरा प्यार है सच्चा, बाक़ी अब है आप की समझ,
अपनी समझ से अपना लो, या दूर कर मुझे भूला दो,
समझ जाओ तो है अच्छा, दिल से हूँ मैं एक बच्चा,
पहली मुलाक़ात से अभी, जीवन में जो बस रही,
मेरे ख़्वाबों की रानी बन, तुम हो मेरी जीवन संगनी.
कुणाल कुमार