खुद पे जब हो यक़ीन, विश्वास लिए मन में,
खुदा भी नमन करे तुम्हें, समय हो तेरे बस में,
ये दोष समय का नहीं, हैं विश्वास की थोड़ी सी जो कमी,
हिम्मत कर जिगर से, तुझमें समय से लड़ने की जो हैं ताक़त,
अब कोई फ़रक नहीं, चाहो तुम मुझे या नहीं,
पर खुद के विश्वास पे, ना आने दो तुम कमी,
तेरी खुशी से भरा हो दिन रात, वख्त भी दे तेरा साथ,
खुद को कर बुलंद इतना, की समय भी तुझे करे नमन,
कुणाल कुमार