माँ की ममता, एक निश्छल प्यार भरी संसार,
बच्चों का हैं संसार, माँ के ममता के छाँव तले,
सुबह माँ का मनाना, बच्चों को स्कूल हैं जो जाना,
दुलार से उन्हें उठना, अपने हथों से नस्ता खिलना,
अपने हाथों से स्कूल टिफ़्फ़िन बनाना,
उन्हें संग अपने स्कूल छोड़ कर आना,
फिर स्कूल से आने तक जल्दी से लंच बनाना,
स्कूल से लाकर उन्हें अपने संग हैं खानाखिलना,
फिर बैठ कर उन्हें स्कूल का अभ्यास कराना,
खेल कूद का बच्चों के दिल में उत्साह जगाना,
माँ का सुबह शाम होते उनके बच्चे,
माँ का जीवन की शान होते उनके बच्चे,
कुणाल कुमार
खूबसूरत प्रयास
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