ओ मेरे चितचोर, क्यों चली तू मुझे छोड़,
चुराया क्यों मेरा दिल, बोल ना तू मुझे,
क्या करूँ प्यार मेरा, बन गयी हैं मजबूरी,
अब तो जीना हैं, याद लिए दिल में तेरी,
ओ मेरे ज़िंदगी, तू आ मेरे क़रीब,
दूर रहने की ज़िद्द, मत कर तो अभी,
दिल की धड़कन बन, बाँट मेरी खुशी,
मेरे पास आ जा, सिर्फ़ बनकर तू मेरी,
तुझे मिलेंगे हज़ार, कहने को अपने,
पर इतना प्यार, ना करंगे तेरे अपने,
क्यों डरती हो तुम, लेने को फ़ैसले,
सच्चाई को अपना, दिल से तुम अपने,
जान तुम बन गयी हो, बस गयी दिल में मेरे,
बन सकता हूँ मैं, तेरी मन की हर खुशी,
अपना लू तेरा हर अंश, दिल से मैं अपने,
तू भी अपना ले मुझे, बनकर मेरा चितचोर.
के.के.