वाह रे मेरी ज़िंदगी, क्या बढ़िया सीला दी मुझको,
मुझे मिली मेरी हर खुशी, ज़िंदगी दर्द भरी बन मेरी,
जब याद उनकी मुझे आती, दिल खुशी से मेरी खिल जाती,
चेहरे पे मुस्कान बिखर, पर दर्द मिलन की हर पल रुलाती,
यहाँ तो खुशी पे मुफ़्त मिले, ग़म का तोहफ़ा प्यार भरी,
तेरे दूर जाने का ग़म दूर हो, जब तुम होती पास हो मेरे,
इधर तो तुम मुझे मेरे, सपनो में देती हो खुशी,
उधर जब आँख खुली, मुझे मिली बिरह दर्द भरी,
किधर हैं मेरे जीवन के वो दिन, चारों तरफ़ मिले मुझे खुशी,
तुम ना जाओ मुझे छोड़ कर, इस ग़म के दर्द से दे दो मुक्ति.
के.के.