भीड़ भरी महफ़िल, मैं तनहा हूँ इक अकेला,
चाहा जिसे दिल से, ना बन पाया कभी उसका,
कैसे हैं ये लीला, क्या क़सूर किया मैंने,
ईश्वर दिया तुमने क्यों मुझे, बिरह की पीड़ा,
सोचने कि समय दिया, तुमने नहीं मुझे,
इक दिन ऐसा आएगा, सोचोगी क्यों छोड़ा मुझे,
मेरे दिल का दर्द, ना समझ सकोगी तुम,
तेरा दिल जो सर्द हुआ, ना समझोगी प्यार मेरा,
मैं आया था इस दुनिया में अकेला, रह लूँगा तेरे बीन,
प्यार तो छीन ली, ना छीन पाओगी तुम याद जो बसा दिल मेरे.
के.के.