दिल तेरा है कोमल, देखो जगह हैं यहाँ मेरे लिए,
पर क्या करूँ देखो दरवाज़े पे तेरे सोच ने ताला लगा दिया,
पर मैं भी चित चोर ना छोड़ूँगा कभी ज़िद मेरा,
इक दिन ऐसा लाऊँगा जब तोड़ ताला तुम आओगी मेरे आग़ोश,
माफ़ करो अगर लगी ये बात मेरी तुम्हें थोड़ी कड़वी,
पर मैं भी मजबूर दिल के हाथ क्या करूँ तुम बता मुझे,
जब भी सोचा करोगी तुम इकरार अपना कर मेरा प्यार,
तुमने मुझे यू छोड़ दिया जैसे नहीं करती हो तुम प्यार मुझे,
जाने दो किस आशा में जी रहा ये बेचारा दिल,
दिल तोड़ने वाली से इसने लगा बैठा अपना दिल,
कुछ खट्टी कुछ मीठी यादें दिल में मैं लिए,
जीवन के पथ पे मैं अकेला चल पड़ा अपनी सोच संग लिए,
पर इक बात तुम ध्यान रखना अपने भविष्य के लिए,
प्यार करना आसान नहीं वो भी अपना दिल देकर,
मैंने तुमसे प्यार किया अपने से बढ़कर,
इकरार करती तो बनती इक रूहानी प्यार की निशानी.
के.के.