मेरा लक्ष्य तुम्हीं हो,
जीने की चाहत बन,
इक दिन तुम मुझे चाहोगी,
दिल में बसा लोगी तुम मुझे,
मुझे मेरी लक्ष्य को पाना है,
सपने को सच बनाना है,
चाहत लक्ष्य का दिल लिए,
कर्तव्य पथ पर बढ़े चलो तुम,
चाहे रास्ते में हो कितने पनस,
कठिनाइयाँ हो कितनी भी बड़ी,
चाहे पैर हो निर्बल पथ पर,
निश्चय को निर्बल ना करना,
अपने मार्ग पर रहो अडिग,
ना छोड़ो जितने की ज़िद्द,
जीत के राह पर बढ़े चलो,
पाकर लक्ष्य हाई तुम रुको.
के.के.