संघर्ष भरी ज़िंदगी में दर्द है मेरी इम्तिहान,
सहने की क्षमता ज़्यादा या मुझमें हैं कोई कमी,
हर घड़ी दे रहा इम्तिहान मेरा ये जीवन,
चाह पाने की लिए दिल, खो रहा उसे पल पल,
क्या जीना जीवन को जहां दर्द ना हो हर घड़ी,
दर्द से मुझे प्यार हैं चाहे विरह लिखी हो मेरे जीवन में,
अहसास लगे अच्छा जब साथ मिले उसका मुझे,
उसके जाने के बाद का दर्द भी प्यार लगे है मुझे,
तेरी भोली सी सूरत नयन लगे चंचल हिरणी सा,
मन करे देखता रहु तुझे हर घड़ी बसा अपने नयनों,
तेरी इस सादगी पे दिल आ गया हैं मेरा,
पर क्या करूँ तेरे इस दिल का जो ना अपनाया मुझे.
के.के